मैक्सिको के अभियोजकों का कहना है कि उन्होंने एक प्रवासी नजरबंदी केंद्र में लगी आग में 38 लोगों की मृत्यु के जिम्मेदार आठ संदिग्धों की पहचान की है। सोमवार को लगी इस आग की जांच अब एक संभावित नरसंहार कांड के रूप में की जा रही है। इन संदिग्धों में से पांच लोगों की अमरीकी सीमा से सटे सिउडाड जुआरेज शहर के एक संस्थान में सुरक्षा गार्ड होने की खबर है। यहां के अधिकारियों पर स्पष्टिकरण देने का दबाव बढ़ रहा है कि मध्य और दक्षिणी अमरीका से आए पीडितों को आखिर क्यों नहीं छोड़ा गया। मैक्सिकों के राष्ट्रपति एंड्रेस मैनुअल लोपेज़ ओब्राडोर ने कहा कि इस घटना के जिम्मेदार लोगों को कानून के अनुसार सजा दी जाएगी। संवाददाताओं को जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि जांच में पारदर्शिता बरती जाएगी और इस दुख:द घटना के जिम्मेदार लोगों को माफ नहीं किया जाएगा। यह आग ऐसे समय में लगी है जब मैक्सिको अत्यधिक प्रवासियों के आगमन की समस्या से जूझ रहा है। इनमें से अधिकतम प्रवासी अमरीका जाने के लिए मैक्सिको की सीमा पार कर रहे हैं।
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